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Facebook Pay: फेसबुक से Payment करने का यह नया फीचर देखा क्या?

[Facebook] फेसबुक अपने Users के अनुभवों को बेहतर बनाने के लिए अक्सर नए अपडेट्स लेकर आता रहता है, इसी कड़ी में फेसबुक ने इस बार Payment के लिए एक नया फीचर [ Facebook Pay new feature updates ] अपडेट किया है ! (यहाँ देखें भारत में आने पर कुछ इस तरह होगी इसकी सेटिंग्स) इस वीडियो में आप जानेगे :
1- What is Facebook pay?
2- How to Use Fecebook Pay Feature?

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गूगल सर्च ऍल्गोरिथम की 5 मुख्य बातें

सोचिए क्या होता यदि आपको इंटरनेट पर मौजूद एक एक वेबसाइट पर जाकर अपने काम से संबंधित किसी जानकारी को हासिल करना होता? शायद हमें यह भी पता ना चल पाता की वेब पर मौजूद असीमित सामग्री और लाखों-करोड़ों वेब पेज में कौन सी जानकारी सबसे सटीक है !

इस तरह किसी जानकारी को खोज पाना करीब-करीब नामुमकिन होता ! शुक्र है कि गूगल ने अपना रैंकिंग सिस्टम / Ranking System इसी काम के लिए बनाया है! यह सिस्टम हमारी सर्च इंडेक्स/ Search Index में सैकड़ों अरबों वेब पेज को क्रम से लगाते हैं ताकि हमें अपने कीवर्ड / Keyword से संबंधित सटीक जानकारी झटपट मिल जाए, साथ ही इन वेब पेजों को को इस तरह से दिखाया जाता है कि हमारे द्वारा खोजी जा रही जानकारी प्राप्त करने में समय भी ना लगे!

इस काम को करने के लिए अर्थात इस रैंकिंग सिस्टम / Ranking System के लिए एक नहीं बल्कि ऍल्गोरिथम / Algorithm की पूरी सीरीज होती है, और हमारे सर्च से संबंधित सबसे अधिक महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान कराने के लिए सर्च ऍल्गोरिथम / Search Algorithm कई चीजों पर नजर डालता है! इसमें हमारे

  • कीवर्ड / Keyword के शब्द पेज की उपयोगिता और जरूरत के मुताबिक होना,
  • उस जानकारी का सही स्रोत,
  • आप की लोकेशन और
  • आपकी सेटिंग्स शामिल है!

इस पोस्ट में हम Google Search Algorithm के 5 मुख्य तरीकों के बारे में जानेगे, जो है :

  1. खोज का सही विश्लेषण करना (Meaning of your query)
  2. आपकी खोज से मिलान करना (Relevance of webpages)
  3. उपयोगी पेजों की रैंकिंग करना (Quality of content)
  4. सबसे बेहतर परिणाम देना (Usability of webpages)
  5. संदर्भ पर विचार करना (Context and settings)

आपके हर सर्च पर लागू होने वाले विशेषता में आपके कीवर्ड / Keyword के हिसाब से अंतर होता है

जैसे एक बार आप किसी शब्द का मतलब खोजना चाहते हैं और दूसरी बार उसी शब्द से संबंधित ताजा खबरें देखना चाहते हैं तो ताजा ख़बरों के मामले में जवाब देते समय वह सामग्री कितनी नई है, इसकी अहम भूमिका होती है!

आपके कीवर्ड / Keyword के लिए गूगल सर्च द्वारा दिए जाने वाले नतीजों को तय करना

आपके द्वारा खोजे जा रहे कीवर्ड का सही विश्लेषण करना

आपके द्वारा गूगल सर्च इंजन पर खोजे जा रहे कीवर्ड का सही मतलब निकालना गूगल की पहली प्राथमिकता होती है! आपकी सर्च क्वेरी की जांच करके उसके शब्दों मतलब समझने के लिए गूगल अपने इंडेक्स/ Index किए गए शब्दों के समूह को सर्च करता है! यदि आप अपने सर्च क्वेरी में किसी वर्तनी की गलती अर्थात किसी शब्द की गलत स्पेलिंग लिखते हैं तब भी उससे संबंधित आसपास के शब्दों का मिलान करते हुए आपको सही नतीजे प्रदान करने की कोशिश करता है साथ में आपको सजेशन मिलता है की आपका यह शब्द गलत है!

आपकी खोज से मिलान करना

गूगल आपके लिए उन पर पेजों को ढूंढता हैं जिन पर आपकी क्वेरी से मिलती-जुलती जानकारी होती है! जब आप कुछ खोजते हैं तो सबसे पहले ऍल्गोरिथम / Algorithm अपने इंडेक्स के जरिए सही में पेज को ढूंढता है, और यह भी जानता है कि वह कीवर्ड पेज पर कितनी बार और कहां दिखाई दे रहा है!

जैसे क्या कीवर्ड मुख्य शीर्षक में, उप शीर्षक में या फिर लेखों के बीच में कहीं दिख रहा है या नहीं ?आपके द्वारा खोजी गई जानकारी आपके काम की है या नहीं इसका सबसे बड़ा संकेत यह है कि वेब पेज पर वही कीवर्ड दिए गए हो जो आपकी सर्च क्वेरी में है! अगर वह कीवर्ड पेज पर किसी हैडिंग सब हेडिंग या टेक्स्ट के रूप में दिखाई देता है तो वह जानकारी आपके काम की हो सकती है!

चलिए इसे एक उदाहरण से समझते हैं : जैसे आपने सर्च इंजन पर डिजिटल मार्केटिंग क्या है? क्वेरी डाली तो गूगल सर्च एल्गोरिथम अपने इंडेक्सिंग में सर्च करके यह पता लगाने की कोशिश करता है कि इस सर्च क्वेरी से संबंधित जानकारी किस पेज पर उपलब्ध है ! जाहिर सी बात है आप अपने सर्च रिजल्ट में उसमें पेज को देखना पसंद नहीं करेंगे जिस पर सैकड़ों बार केवल डिजिटल मार्केटिंग, डिजिटल मार्केटिंग, डिजिटल मार्केटिंग लिखा हो!

गूगल सर्च ऍल्गोरिथम / Search Algorithm इस बात का ध्यान रखता है कि आपके द्वारा सर्च की जाने वाली क्वेरी से संबंधित सही जानकारी आप तक पहुंचाई जाए! जिस पर डिजिटल मार्केटिंग की परिभाषा, इसकी तकनीकी, इसकी विशेष जानकारी, इससे संबंधित इमेज और वीडियो दिए गए हो !

उपयोगी पेजों की रैंकिंग करना

किसी भी क्वेरी के लिए ऐसे हजारों या लाखों में पेज इंटरनेट पर उपलब्ध होते हैं जिन पर दी गई जानकारी आपकी क्वेरी से जुड़ी हो सकती है इसलिए सबसे अच्छे पेज को पहले रैंक करना बहुत जरूरी होता है! ऐसा करने के लिए गूगल ऍल्गोरिथम / Algorithm काम करता है, ताकि वह यह जांच सके की उसके द्वारा रिजल्ट के रूप में दिया जाने वाला पेज आपके लिए किस हद तक फायदेमंद है !

यह ऍल्गोरिथम /Algorithm सैकड़ों अलग-अलग पहलुओं की जांच करके वेब पेज पर उपलब्ध सबसे अच्छी जानकारी ढूंढने की कोशिश करता है! जिन पहलुओं की जांच की जाती है उनमें

  • सामग्री का नया होना
  • आपके खोज शब्द को कितनी बार दिखाया गया है और
  • पेज पर यूजर्स का अनुभव आदि शामिल है

सामग्री के भरोसेमंद और प्रमाणिक होने का आकलन करने के लिए गूगल ऐसी साइट ढूंढता है जिन्हें एक जैसी क्वेरी के लिए बहुत सारे लोगों ने अहमियत दी है!

इंटरनेट पर ऐसी कई सारी स्पैम साइटें है जो धोखेबाजी के तरीकों से सर्च नतीजों में ऊपर आने की कोशिश करती हैं ! जैसे बार-बार किसी कीवर्ड को दोहराना या पेज रैंक को बढ़ाने वाले किसी लिंक को खरीदना यह साइट यूजर्स के अनुभव को खराब करते हैं और गूगल यूजर्स को नुकसान पहुंचा सकते हैं या उन्हें गुमराह कर सकते हैं, इसलिए गूगल किसी स्पैम की पहचान करने और गूगल मास्टर के दिशा निर्देशों का उल्लंघन करने वाले साइटों को अपने नतीजे से हटाने के लिए भी ऍल्गोरिथम /Algorithm लिखता है!

सबसे बेहतर परिणाम देना

गूगल ऍल्गोरिथम /Algorithm उन संकेतों का विश्लेषण करता है जो यह दिखाते हैं कि गूगल के सभी यूजर उस नतीजे देख सकते हैं या नहीं जैसे

  • साईट अलग-अलग ब्राउज़र के सही तरीके से दिखाई देता है या नहीं !
  • इसे डेक्सटॉप टेबलेट या स्मार्टफोन सहित सभी तरह और सभी आकार के डिवाइस के लिए डिजाइन किया गया है या नहीं !
  • साथ ही धीमी इंटरनेट कनेक्शन के साथ इस्तेमाल करने वाले लोगों के लिए यह अच्छी तरह काम करता है या नहीं!

संदर्भ पर विचार करना

आपके द्वारा खोजे गए कीवर्ड अर्थात सर्च क्वेरी के संदर्भ पर विचार करने के लिए आप की जगह अर्थात आपकी लोकेशन, आपकी सर्च हिस्ट्री और सर्च सेटिंग जैसी जानकारी उस समय आपके लिए सबसे फायदेमंद और आपकी खोज से जुड़ी नतीजों को दिखाने में मदद करती है! गूगल आपके देश और लोकेशन की जानकारी लेता है, इसकी मदद से आपके क्षेत्र के हिसाब से जुड़ी सामग्री आपको दिखाता है!

तो इस पोस्ट में आपने गूगल के सर्च ऍल्गोरिथम /Algorithm के बारे में जाना! इस पोस्ट में आपने क्या सिखा? अपनी प्रतिक्रया हमें बताएं!

Google Searching, Google Crawling और Google Indexing के बारे में जानने के लिए हमारी यह पोस्ट पढ़ें!

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3 बातें जिस पर गूगल सर्च करता है काम

जब भी हम गूगल पर कुछ सर्च करते हैं तो गूगल हमें कई सारे रिजल्ट्स लिंक्स सेकंडो में देता है लेकिन क्या आपको पता है की इन रिजल्ट के पीछे SEO सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन का ऍल्गोरिथम /   Algorithm काम करता है! आज के इस पोस्ट में हम जानेंगे कि-

  1. गूगल किसी वेबपेज को कैसे खोजता है ? (Google Searching)
  2. किसी वेबपेज को गूगल कैसे क्रॉल करता है ? (Google Crawling)
  3. और उस पेज को किस तरह दिखाता है ? (Google Indexing)

गूगल सर्च कैसे काम करता है

इसके लिए यहाँ मैं आपको कुछ प्रमुख बातें बताऊंगा जो आपको जान लेनी चाहिए! जब भी आप किसी कीवर्ड / keyword को गूगल के सर्च बार में डालकर सर्च करते हैं तो गूगल पर आने वाले पेज (अर्थात दी गई जानकारी) कई स्रोतों से आते हैं इसमें शामिल स्रोत हैं :

  • वेब पेज किसी उपयोगकर्ता की ओर से सबमिट की गई सामग्री (जैसे गूगल माय बिजनेस / Google My Business, गूगल मैप / Google Map )
  • इस्तेमाल करने वाले लोगों द्वारा सबमिट की गई जानकारी
  • बुक स्कैनिंग
  • इंटरनेट पर उपलब्ध पब्लिक डाटा बेस
  • एवं अन्य दूसरे स्रोत

इस पोस्ट में हम सिर्फ व्यक्तियों से मिलने वाली जानकारी के बारे में बात करेंगे-

आगे आप जानेंगे वेब पेज से नतीजा दिखाने के लिए गूगल किन तीन बुनियादी चरणों का पालन करता है!

क्रॉल करना

सर्च करने के पहले चरण में गूगल यह पता लगाता है की वेब पर किसी कीवर्ड / keyword से संबंधित किस तरह के पेज मौजूद है, क्योंकि वेब पर मौजूद सभी पेजों के लिए कोई सेंट्रल इंडेक्स नहीं है इसलिए गूगल को लगातार नए पेज खोजने पड़ते हैं और उन्हें अपने क्राल किए जा चुके पेज की सूची में जोड़ना पड़ता है! गूगल द्वारा ढूंढने की इस प्रक्रिया को ही क्रॉल / Crawl करना कहते हैं!

गूगल के पास बहुत सारे पेजों की जानकारी पहले से भी उपलब्ध रहती है क्योंकि वह पहले ही क्रॉल / Crawl किए जा चुके होते हैं किंतु जब इस पेज पर किसी नए लिंक की जानकारी मिलती है तो गूगल उसे नया पेज समझकर क्रॉल / Crawl करता है!

इसके अलावा गूगल को नए पेज तब मिलते हैं जब कोई वेबसाइट पर अपने पेजों की सूची यानी साइटमैप / sitemap सबमिट करता है!

क्रॉल होने के लिए अपनी साइट को बेहतर बनाने का तरीका

गूगल पर यूआरएल सबमिट करना

  • जब भी आप कोई नया पेज बनाते हैं या पेजों के लिंक में कोई बदलाव करते हैं तो आपको गूगल पर अपना नया यूआरएल / URL सबमिट करना चाहिए
  • अपने नए पेज का लिंक किसी ऐसे पेज पर दें जो पहले से क्रॉल हो चुके हैं हालांकि इस बात का ध्यान रखें कि विज्ञापन में दिए गए लिंक, पैसे देकर दूसरी साइट पर दिखाए गए लिंक या टिप्पणी में दिए गए लिंक को (जो गूगल वेबमास्टर के गाइडलाइन के अनुरूप ना हो) उन्हें गूगल द्वारा क्रॉल नहीं किया जाता है!
  • यदि आप चाहते हैं कि गूगल आपकी साइट पर किसी एक पेज को क्रॉल करे तो वह आपका होमपेज / Home page होना चाहिए, क्योंकि गूगल के हिसाब से होमपेज / Home page आपकी साइट का सबसे महत्वपूर्ण पेज होता है ! अगर आप चाहते हैं कि आपकी साइट को अच्छी तरह से क्रॉल किया जाए तो ध्यान रखें कि आपके होम पेज / Home page और बाकी सभी पेज पर अच्छा साईट नेविगेशन सिस्टम / site navigation system होना चाहिए क्योंकि यही नेवीगेशन सिस्टम आपकी साइट के खास पेज और खास सेक्शन को लिंक करता है ! इससे आपके साइट यूजर और गूगल को आपकी साइट पर एक पेज से दूसरे पेज पर आसानी से जाने में मदद मिलती है!

निर्देश: गूगल किसी साइट को अधिक बार क्रॉल करने के लिए या उसे खोज नतीजों में सबसे ऊपर दिखाने के लिए पैसे नहीं लेता, यदि कोई व्यक्ति आपको जानकारी देता है की आपकी साइट को गूगल पर कॉल कराने के लिए गूगल पैसे लेता है तो वह आपसे झूठ बोल रहा है!

इंडेक्स करना

अब बारी आती है गूगल इंडेक्सिंग की, किसी पेज का पता लगाने के बाद गूगल यह समझने की कोशिश करता है कि वह पेज किसके बारे में है! इस प्रक्रिया को इंडेक्स करना कहते हैं! गूगल पेज पर जोड़े गए इमेज और वीडियो को अपनी लाइब्रेरी में सेव करता है, पेज पर लिखी गई सामग्री की जांच करता है, और अपने खास तरीकों से उसे समझने की कोशिश करता है ! यह जानकारी गूगल इंडेक्स में सेव हो जाती है ! गूगल इंडेक्स एक ऐसा डेटाबेस है जो गूगल के कई कंप्यूटर में सेव है!

इंडेक्स होने के लिए अपने पेज को बेहतर बनाने का तरीका

  • किसी पेज के बारे में बताने के लिए पेज में हेडिंग (<h1> ..</h1>, <h2>..</h2>) का इस्तेमाल अवश्य करें
  • आपके पेज का शीर्षक यानी हैडिंग छोटा और स्पष्ट होना चाहिए जो यूजर को आसानी से समझ में आ जाए
  • किसी सामग्री के बारे में बताने के लिए इमेज के बजाय लेख यानी टेक्स्ट का इस्तेमाल करें क्योंकि गूगल इसे आसानी से समझ पाता है ! हालांकि गूगल इमेज और वीडियो को भी समझ सकता है लेकिन या उन्हें उतनी अच्छी तरह से नहीं समझ पाता जितनी अच्छी तरह से लेख को समझता है, इसलिए कम से कम अपने वीडियो और इमेज पर वैकल्पिक लेख अवश्य लिखें!

Google सर्च में आपका पेज दिखाना और उसे रैंक करना

जब कोई यूजर किसी कीवर्ड को गूगल सर्च इंजन पर खोजता है तब गूगल उससे संबंधित नतीजों को ढूंढने की कोशिश करता है! ऐसा करने के लिए गूगल कई चीजों को ध्यान में रखता है! गूगल सबसे अच्छी क्वालिटी वाले नतीजे दिखाने की कोशिश करता है! ऐसा करने के लिए वह यूजर के अनुभव को बेहतर बनाने वाली चीजों को ध्यान में रखता है !

गूगल अपने यूजर की जगह की जानकारी / Location, भाषा और डिवाइस / Language and Device जैसी दूसरी जानकारी को ध्यान में रखकर सटीक नतीजे दिखाने की कोशिश करता है!

चलिए इसे एक उदाहरण से समझते हैं: अगर भारत में कोई यूजर इंटरनेट पर डिजिटल मार्केटिंग/ Digital Marketing के बारे में खोजता है और बांग्लादेश में भी कोई यूजर इंटरनेट पर यही खोजता है तो दोनों को अलग अलग नतीजे दिखाई देंगे!

निर्देश : गूगल किसी पेज का रैंकिंग बढ़ाने के लिए कोई पैसा नहीं लेता पेज की रैंकिंग प्रोग्राम के जरिए तय की जाती है!

गूगल सर्च में अपने पेज को बेहतर दिखाने और रैंकिंग बेहतर करने का तरीका

  • सबसे पहले अपने वेबपेज को मोबाइल फ्रेंडली / Mobile Friendly अर्थात मोबाइल पर आसानी से देखा जाने वाला बनाएं !
  • अपने वेबपेज को इस तरह बनाएं कि वह तेजी से लोड हो सके!
  • अपने पेज पर ऐसी सामग्री लिखें जिसे यूजर्स को मदद मिले, साथ ही इसे समय-समय पर अपडेट करते रहे!
  • गूगल वेबमास्टर/ Google Webmaster के दिशा निर्देशों का पालन करें, इससे यूजर्स को बेहतर अनुभव देने में मदद मिलेगी!

तो इस पोस्ट में आपने गूगल के सर्च, क्रॉल और इंडेक्स करेने के तरीके के बारे में जाना! इस पोस्ट में आपने क्या सिखा? अपनी प्रतिक्रया हमें बताएं!

हमारी अगली पोस्ट में जाने की गूगल ऍल्गोरिथम / Algorithm काम करता है?

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What is Sales Funnel? सेल्स फनल क्या है? यह आपकी वेबसाइट के लिए क्यों है जरूरी!

आप किसी प्रोडक्ट या सर्विस ऑनलाइन बेच रहे हैं तो सेल्स फनल sales funnel आपके व्यापार को कई गुना बढ़ा सकता है तो चलिए जानते हैं कि सेल्स फनल क्या है? सेल्स फनल कैसे बनाते हैं ? और इसे कैसे उपयोग में लाते हैं ?

यदि आप किसी बिजनेस में है और आपने अपनी वेबसाइट बना रखी है तो या बहुत जरूरी है कि आपकी वेबसाइट पर लोग पहुंचे और जब भी लोग आपकी वेबसाइट पर पहुंचते हैं तो यह बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है कि आप उनकी जानकारी हासिल कर सकें कि उन्हें आपकी कौन सी सर्विस या प्रोडक्ट पसंद है और उन्हें क्या लेना हैं !

आज के 12 साल पहले जब मैंने डिजिटल मार्केटिंग शुरू किया था तो अक्सर लोग मुझसे पूछा करते थे की क्या मेरे बिजनेस के लिए भी वेबसाइट की जरूरत है? किंतु आज यह सवाल कोई हमसे पूछे तो शायद हम सब उस पर हसेंगे, क्योंकि हम सभी को पता है कि आज के डेट में कोई भी ऐसा व्यवसाय नहीं होगा जिसने अपनी वेबसाइट ना बना रखे हो!

ठीक इसी तरह आज ऑनलाइन सेल्स और मार्केटिंग का भविष्य सेल्स फनल sales funnel ही है आज हर वेबसाइट को एक सेल्स फनल बनाने की आवश्यकता है, क्योंकि वेबसाइट पर आने वाले लोग उसी सेल्स फनल के माध्यम से आपके प्रोडक्ट या सर्विस को खरीद सकते हैं!

आपको जानकर आश्चर्य होगा कि किसी बिजनेस में ग्राहक को पाने के लिए प्रोडक्ट या सर्विस की कीमत से ज्यादा खर्चा करना होता है किंतु अंत में लाभ बिजनेस का ही होता है!
यह हजम कर पाना थोड़ा कठिन है किंतु सत्य यही है!

चलिए आपको एक उदाहरण से समझाते हैं मान लिया आप अपने ₹200 के किसी प्रोडक्ट या सर्विस को बेचने के लिए गूगल एड्स के माध्यम से प्रचारित करते हैं और उसे प्रमोट करने में आप ₹50 खर्च करते हैं अर्थात ₹50 में आप एक लीड प्राप्त करते हैं जो आपके इस प्रोडक्ट को खरीदेगा! इसका मतलब यह हुआ की आप ₹50 खर्च करके ₹200 का प्रोडक्ट या सर्विस बेच रहे हैं, मतलब आपकी कमाई ₹150 है! लेकिन कल किसी कारण से गूगल अपनी ऐड पॉलिसी में कुछ बदलाव करता है और आपको एक लीड प्राप्त करने के लिए ₹250 खर्च करने पड़ जाते हैं तो आपको भारी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है और हो सकता है इस कारण से आपका व्यवसाय बंद भी हो जाए !किंतु ऐसी स्थिति से बचने के लिए आपको अप सेलिंग up selling या क्रास सेलिंग cross-selling जैसे तकनीकी का मदद लेना होगा!

आपको याद होगा जब कभी आप मैकडॉनल्ड्स से बर्गर खाने जाते हैं तो वहां आपको कोल्ड ड्रिंक या फ्रेंच फ्राई जैसे कुछ और मेनू ऑफर किए जाते हैं! जाहिर है मैकडॉनल्स को एक बर्गर, जो वह सौ से डेढ़ सौ रुपए में बेच रहा है उसे एक ग्राहक बुलाने के लिए 300 से 400 रुपए तक खर्च करने पड़े होंगे किंतु कोई ग्राहक उस बर्गर के साथ कोल्ड ड्रिंक फ्रेंच फ्राई या अन्य कोई वस्तु ऑर्डर करता है तो इस प्रकार के up selling अप सेलिंग से मैकडोनाल्ड का आमदनी उस बर्गर से कई गुना ज्यादा बढ़ जाता है!

इसी प्रकार अप सेलिंग की यह प्रक्रिया हम ऑनलाइन अपनाते हैं तो इसे सेल्स फनल कहा जाता है!

मान लीजिए आप ऑनलाइन कपड़ों के व्यापारी हैं और आपने आपकी वेबसाइट पर जींस पैंट खरीदने के लिए आए हुए एक ग्राहक को कुछ ऑफर या डिस्काउंट दिखाकर एक टी-शर्ट भी बेच दिया तो एक ही ग्राहक के माध्यम से आपका लाभ कई गुना बढ़ सकता है!

आशा है अब आपको यह बात समझ में आ गई होगी सेल्स फनल आपकी वेबसाइट के लिए कितना महत्वपूर्ण है! आपको यह पोस्ट कैसा लगा कमेन्ट में हमें जरुर बताएं! यह जानकारी अपने मित्रों को भी साझा करें!

क्यों कि आपका बिजनेस बढ़ाना ही हमारा बिजनेस है!

Er. Raj Kamal Tripathi
(Expert IT & Digital Media)

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डिजिटल मार्केटिंग क्या है? [Digital Marketing in Hindi]

आपको किसी डॉक्टर को दिखाना है तो आप क्या करते हैं ? या आप किसी अनजान शहर में हैं तो वहाँ के आस पास की चीजों को जानने के लिए आप क्या करते हैं? रेस्टोरेंट, होटल, पार्क या कोई रास्ता जानने के लिए आप क्या करते हैं ? शायद आपका जबाब होगा “इन्टरनेट पर सर्च करते हैं” सही है मैं भी यही करता हूँ ! किन्तु क्या आपने कभी सोचा है कि इन्टरनेट पर सर्च करने के बाद इन व्यवसायों के बारे में जो जानकारी प्राप्त होती है इनके अलावा और भी लोग उसी तरह का व्यवसाय कर रहे होते है किन्तु हमें उनके बारे में पता नहीं चल पता, इसका कारण है उनका ऑनलाइन प्लेटफोर्म पर उपलब्ध न होना ।
आज के समय में सब कुछ ऑनलाइन हो गया है। इंटरनेट ने हमारे जीवन को बेहतर बनाया है और हम इसके माध्यम से कई सुविधाओं का आनंद फ़ोन या लैपटॉप के ज़रिये ले सकते है। ऑनलाइन शॉपिंग [Online shopping], टिकट बुकिंग [Ticket booking], रिचार्ज [Recharges], बिल पेमेंट [Bill payments], ऑनलाइन ट्रांसक्शन्स [ Online Transactions] आदि जैसे कई काम हम इंटरनेट के ज़रिये कर सकते है । इंटरनेट के प्रति लोगों के इस रुझान की वजह से बिज़नेस डिजिटल मार्केटिंग [Digital Marketing] को अपना रहे है। यदि हम मार्केट [market stats] की ओर नज़र डालें तो लगभग 80% क्रेता [shoppers] किसी की वस्तु [product] को खरीदने से पहले या सेवा [service] लेने से पहले ऑनलाइन रिसर्च [online research] करते है । ऐसे में किसी भी कंपनी या बिज़नेस के लिए डिजिटल मार्केटिंग महत्वपूर्ण हो जाती है।

डिजिटल मार्केटिंग नये ग्राहकों तक पहुंचने का सरल माध्यम है। यह विपणन गतिविधियों को पूरा करता है। इसे ऑनलाइन मार्केटिंग भी कहा जा सकता है। कम समय में अधिक लोगों तक पहुंच कर विपणन करना डिजिटल मार्केटिंग है। यह प्रोध्योगीकि विकसित करने वाला विकासशील क्षेत्र है। डिजिटल मार्केटिंग से उत्पादक अपने ग्राहक तक पहुंचने के साथ ही साथ उनकी गतिविधियों, उनकी आवश्यकताओं पर भी दृष्टी रख सकता है। ग्राहकों का रुझान किस तरफ है, ग्राहक क्या चाह रहा है, इन सभी पर विवेचना डिजिटल मार्केटिंग के द्वारा की जा सकती है। सरल भाषा में कहें तो डिजिटल मार्केटिंग डिजिटल तकनीक द्वारा ग्राहकों तक पहुंचने का एक माध्यम है।

बिजनेस बढ़ाना है तो करें डिजिटल मार्केटिंग

परिवर्तन संसार का नियम है , यह तो आप सब जानते ही हैं। पहले समय में और आज के जीवन में कितना बदलाव हुआ है और आज इंटरनेट का जमाना है । हर वर्ण के लोग आज इंटरनेट से जुड़े है,  इन्ही सब के कारण सभी लोगो को एक स्थान पर एकत्र कर पाना आसान है जो पहले समय में सम्भव नही था । इंटरनेट के जरिये हम सभी व्यवसायी और ग्राहक का तारतम्य स्थापित भी कर सकते हैं।

डिजिटल मार्केटिंग की मांग वर्तमान समय में बहुत प्रबल रुप में देखने को मिल रही है। व्यापारी जो अपना सामान बना रहा है , वो आसानी से ग्राहक तक पहुंचा रहा है।  इससे डिजिटल व्यापार को बढ़ावा मिल रहा है ।

इ0 राज कमल त्रिपाठी
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